आज हम बात करेंगे google ads Campaign की कुछ ऐसी Setting के बारे मे जिससे आप Ad Scheduling कर सकते है। यहाँ हम आपको आज तीन settings के बारे मे बताएँगे। जो कुछ इस तरह से है पहला Ads Rotation, दूसरा Ads Scheduling और आखिरी Conversions इन तीनों ऑप्शन की मदद से आप अपने ads को काफी अच्छे से manage कर सकेंगे।
Ad Scheduling in Google Ads
जब हम न्यू Campaign बना रहे होते है तब हमे Campaign setting मे More Settings मे यह तीनों options मिलेंगे। आइये जानते है की Ad Scheduling क्या होता है, Ad Rotation क्या होता है, और Conversion का क्या मतलब होता है। सबसे पहले हम बात करते है जो सबसे बेसिक चीज है हमारा Ad Scheduling, देखिये जरूरी नहीं होता है की आपका जो ads है उसकी performance पूरे दिन अच्छी रहे। जब आपका ad कुछ दिन रन होता है तो आपको यह आइडिया हो जाता है। की आपका ad किस दिन या किस टाइम अच्छा perform कर रहा या किस टाइम अच्छा perform नहीं कर रहा।
Schedule Google Ads
मान लेते है की आपने एक हफ्ते तक अपने campaign को लगातार चलाया और उसके बाद आपको पता चला की जो Monday तो to Friday है उस समय आपका ads अच्छे से perform नहीं करता है। हमारा ads जो है weekend मे अच्छी तरीके से काम करता है। तो आप क्या कर सकते है। आप अपने Ad Scheduling change कर सकते है। और अपने ads को restrict कर सकते है। Monday to Friday क्योकि वहाँ पर आपका ads perform नहीं कर रहा है।

तो आप केवल weekend के ऊपर अपना ads चला सकते है। इसके विपरीत भी केस हो सकता है। हो सकता है की आपके जो ads performance है। वो weekend मे अच्छे न हो Monday to Friday आपका ads अच्छा चलता हो। अच्छे कंट्रोल के लिए आप क्या कर सकते है। तो उसके लिए आप दिन के किसी निश्चित समय के लिए अपने ads को चलाने के लिए Schedule कर सकते है। ads Schedule की ये कुछ एडवांस setting है जिसे आप तभी use करते है जब आप अपने ads को कुछ दिन रन कराते है।
Ad Rotation in Google Ads
जब हम Ad Rotation पर click करेंगे तो हमे ये दो option दिखेंगे। और इसके अलावा दो ऑप्शन disable रहेंगे। Enable वाले मे पहला option है Optimize: Prefer best performing ads और दूसरा है – Do not optimize: Rotate ads indefinitely. आइये इन दोनों को हम समझते है।

Optimize: Prefer best performing ads
होता क्या है की आप अपने ads ग्रुप के अंदर multiple ads ग्रुप बनाते है। और एक keyword के ऊपर कोई भी ads group ट्रिगर हो सकता है। मान लेते है की कोई एक keyword के ऊपर कोई एक ads ग्रुप बार बार ट्रिगर हुआ उस ads की performance बहुत अच्छी रही। बाकी ads भी ट्रिगर होते है। पर पहले वाले के comparison मे बाकी ads उतनी अच्छी तरीके से ट्रिगर नहीं हुए। तो हमे पता चल गया की एक particular ads ग्रुप के अंदर कौन सा ads है जो ज्यादा Perform कर रहा है।

इसी तरह से गूगल ads को यह पता चल गया की ads ग्रुप मे कौन सा ऐसा ads है जो ज्यादा perform कर रहा है। तो वो जो ज्यादा perform करने वाला ads होता है उसी को बार बार हम impressions मे ले जाते है। यानि की गूगल जो है बार बार उसी को impressions मे ले जाता है। इस तरीके से Ad रोटेशन की सेटिंग को आप सेट कर सकते है। जब आप पहले ऑप्शन पर select करते है तो इसका मतलब है। की आपके जो बेहतर perform करने वाले जो ads है उनको impression मे आने के chances ज्यादा होंगे।
Do not optimize: Rotate ads indefinitely
इस केस मे क्या होगा जो आपके बहुत सारे ads है Ads group के अंदर उसमे से एक या दो बहुत अच्छी तरीके से perform कर रहे होंगे। कुछ ads perform नहीं कर रहे होंगे। उसके बावजूद भी जो बेस्ट performing ads है, उनको प्राथमिकता नहीं मिलेगी। बल्कि ads rotation जो है वो घूमता रहेगा। कोई भी ads का impression हो सकता है पर पहले वाले केस मे क्या था। जो ads आपके बेस्ट perform करते थे। उनके ads शो होने के चान्स ज्यादा थे। तो आप समझ ही गए होंगे की ads रोटेशन क्या है और यह कैसे काम करता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार दोनों ऑप्शन मे से कोई भी ऑप्शन चुन सकते है।

Ads Conversion in Hindi
Ads Conversion मे भी आपको दो option दिखेंगे। आपको यहाँ पर यह डिसाइड करना पड़ता है की आप किस प्रकार के conversion के लिए या किस कन्वर्शन को प्रायिकता दे रहे है। जिस भी conversion को प्राथमिकता दे रहे है। उसको आप यहाँ से चुन सकते है। जो भी conversion आप यहाँ पर सेट करेंगे उसी के हिसाब से आप bidding करेंगे उसी conversion के लिए आप अपने campaign को optimize कर सकते है। एक से ज्यादा conversion हो सकते है जैसे कोई ई कॉमर्स वैबसाइट है। तो वह पर एक conversion हो सकता है जब कोई प्रॉडक्ट कोई अपने कार्ट मे डालता है।

तो यह एक सिंगल conversion है। अगर सेल करता है तो ये दूसरा conversion हो गया। अब आपकी प्रयोरिटी क्या है आप चाहते है। की जो आपका प्रॉडक्ट कार्ट मे एड़ हुआ है उसे प्राथमिकता दी जाए या सेल को प्राथमिकता दी जाए। तो इस तरह से आप यहाँ पर conversions को define करते है। उन्हीं conversion के बेसिस पर फ़र्दर optimize करते है। फिर चाहे वो ads आपकी bidding का हो।
Conversions Option
अगर मैं आपको ये बताऊँ की आपको conversion को कैसे manage करना है तो आपको tools मे जाना है वहाँ आपको MEASUREMENT मे conversions मे जाना है। जब आप उस पर click करेंगे तो आपको options मिल जाएंगे। यहाँ आपको conversion actions और conversion actions sets का ऑप्शन मिल जाता है। और यहाँ से आप देख सकते है की आप कौन सा कन्वर्शन है जिसे ट्रैक करना चाहते है। जिसके बेसिस पर आप अपने campaign को optimize कर सकते है। जिस टाइप का conversion आप यहाँ पर सलेक्ट करेंगे। उस टाइप का आपको conversion रिपोर्ट आपको दिखाई देगी।

इस तरह से आप अपने ads को अच्छे से optimize कर सकते है। इसके आगे जब आप एक ऑप्शन को चुनेंगे तो आपको कई सारे ऑप्शन मिलेंगे। जिससे आप अपने conversions को अच्छे से manage कर सकेंगे। conversions बनाने के बाद आपको ये सारे conversions आपको एक column मे दिखेंगे। जिसे आप जब चाहे एडिट कर सकते है। ये थी Google Ads की कुछ advance setting जिसे आप सीख गए तो आप अपने ads को और बेहतर कर पाएंगे। तो आपको हमारे द्वारा दी गई “Google Ads Scheduling” जानकारी कैसी लगी आप हमे कमेंट करके जरूर बताएं।
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